जिले के 23 रिसोर्टों को प्रदान की गई ग्रीन लीफ रेटिंग , पर्यटन क्षेत्र में स्वच्छता मानकों को बढ़ाने के लिए केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय एवं पर्यटन विभाग द्वारा स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग पहल में जिलें के कुल 23 रिजॉर्ट द्वारा बेहतर प्रदर्शन किया हैं। इसकी वनस्पतियों और जीवों का वर्णन रुडयार्ड किपलिंग की जंगल बुक के प्रसिद्ध पात्र “मोगली” की वन्यजीव पुस्तकों में छपा है, जो 37% हरे वन क्षेत्र वाले सिवनी की प्रकृति की प्रचुरता के चित्रमाला को कवर करता है। सिवनी जिला लकड़ी और अन्य वन उपज से समृद्ध है। जिले का क्षेत्रफल 8758 वर्ग किमी है।
पेंच टाइगर रिजर्व पर्यटन क्षेत्र में संचालित 11 रिजॉर्ट ने 5 ग्रीन लीफ, 07 रिजॉर्ट ने 3-3 तथा 4 रिजॉर्ट में एक-एक ग्रीन लीफ प्राप्त किया है।
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने को लेकर सभी 23 रिसोर्ट प्रबंधकों को जिला पंचायत कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम के माध्यम से विधायक बरघाट श्री कमल मर्सकोले एवं अन्य अतिथियों ने प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया साथ ही सभी को प्रोत्साहित कर बधाई दी गई।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री क्षितिज सिंघल, सीईओ जिला पंचायत श्री नवजीवन विजय सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी एवं संबंधित रिसोर्टों के संचालकों की उपस्थिति रही।
उल्लेखनीय है कि ग्रीन लीफ रेटिंग सिस्टम अंतर्गत आतिथ्य सुविधा जैसे रिजॉर्ट, होमस्टे, धर्मशाला इत्यादि में उपलब्ध संसाधनों, सुविधाओं एवं आगंतुकों को प्रदाय की जाने वाली सुविधा के साथ साथ मल, ठोस एवं तरल अपशिष्ट के प्रबंधन को लेकर प्रदान की जाती है तथा कुल 200 अंकों में से प्राप्त अंकों के आधार पर ग्रीन लीफ प्रदान किया जाता है।
पदम पेंच रिसोर्ट को 3-3 ग्रीन लीफ एवं कोहका कैम्प,
बाज रिसोर्ट,
वन वैकुंटधाम रिसोर्ट एवं पेंच टाईगर प्लानेट को 1-1 ग्रीन लीफ प्राप्त हुई है।
पेंच टाइगर रिज़र्व और उसका पड़ोस रुडयार्ड किपलिंग की सबसे प्रसिद्ध कृति, द जंगल बुक की मूल सेटिंग है। किपलिंग ने स्थलाकृति, वन्य जीवन और इसके तरीकों के लिए रॉबर्ट आर्मिटेज स्ट्रेंडेल की किताबों ‘सेओनी’, ‘मैमेलिया ऑफ इंडिया एंड सीलोन’ और ‘डेनिजन्स ऑफ द जंगल’ से काफी उधार लिया। मोगली सर विलियम हेनरी स्लीमन के पैम्फलेट, ‘एन अकाउंट ऑफ वॉल्व्स नर्चरिंग चिल्ड्रेन इन देयर डेंस’ से प्रेरित था, जिसमें 1831 में संत बाओरी गांव के पास सिवनी जिले में पकड़े गए एक भेड़िया-लड़के का वर्णन है। द जंगल बुक के कई स्थान वास्तविक स्थान हैं। सिवनी जिला, जैसे वेनगुंगा नदी और उसकी घाटी जहां शेरखान मारा गया था, कान्हीवाड़ा गांव और ‘सिवनी पहाड़ियां’।